कहते हम उसे जननी कहते हम उसे बहन, कहते हम उसे घरवाली नाम अनेक हैं औरत के, मगर क् कहते हम उसे जननी कहते हम उसे बहन, कहते हम उसे घरवाली नाम अनेक हैं औरत ...
न दो मुझको देवी का दर्जा, मैं औरत हूँ- औरत ही रहने दो। न दो मुझको देवी का दर्जा, मैं औरत हूँ- औरत ही रहने दो।
हाँ मैं नारी हूं, फिर भी अबला बोली जाती हूँ। हाँ मैं नारी हूं, फिर भी अबला बोली जाती हूँ।
सोचने वाली बात ये है कि, जिसने तुम्हें जन्म दिया, वह माँ भी एक औरत थी सोचने वाली बात ये है कि, जिसने तुम्हें जन्म दिया, वह माँ भी एक औरत थी
ऐसे मर्द अंदर से मंथरा होते हैं। ऐसे मर्द अंदर से मंथरा होते हैं।
यही आस मैं रखती हूँ मन में, जब -जब मैं पूजती हूँ माता तुम्हें। यही आस मैं रखती हूँ मन में, जब -जब मैं पूजती हूँ माता तुम्हें।